पतरहीं बाजार, चंदवक (जौनपर), 11 सितंबर, 2025
जौनपुर के पतरहीं बाजार में गुरुवार को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ आस्था, सम्मान और सामाजिक चेतना की त्रिवेणी का अद्भुत संगम देखने को मिला।
सोनार नरहरी सेना (Sonar Narahari Sena) एवं संत नरहरी छात्रावास (संबद्ध: सोनार नरहरी समिति, राष्ट्रीय सामाजिक संस्था) के तत्वावधान में आयोजित इस वृहद कार्यक्रम ने सोनार समाज की एकता और उसके सामाजिक सरोकारों को एक नई दिशा प्रदान की।
यह अवसर “सामाजिक उत्थान पर विचार गोष्ठी” के साथ-साथ सोनार समाज के आराध्य संत शिरोमणि नरहरी महाराज जी की जयंती एवं समाज के प्रेरणास्रोत, वरिष्ठ समाजसेवी और मृदुभाषी चिंतक, परम पूज्य स्वर्गीय श्री मोहन प्रसाद वर्मा ‘बाबूजी’ की चतुर्थ पुण्यतिथि के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम का सफल संयोजन सोनार नरहरी सेना के संस्थापक श्री राहुल स्वर्णकार, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित कुमार सर्राफ तथा स्वर्गीय मोहन प्रसाद वर्मा जी के सुपुत्र श्री अमित कुमार वर्मा (कुशीनगर) के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस आयोजन ने न केवल समाज के गौरवशाली इतिहास और महापुरुषों को स्मरण किया, बल्कि वर्तमान चुनौतियों पर मंथन और भविष्य की दशा-दिशा तय करने के लिए एक सशक्त मंच भी प्रदान किया।
दीप प्रज्वलन और सामाजिक एकता का संकल्प
कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी (ओबीसी मोर्चा) की प्रदेश मंत्री, श्रीमती ज्योति सोनी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्य वक्ता के रूप में अपने ओजस्वी संबोधन से उपस्थित जनसमूह में एक नए उत्साह का संचार कर दिया।
श्रीमती सोनी ने समाज को यह दृढ़ विश्वास दिलाया कि वह प्रत्येक स्वजातीय बंधु के सुख-दुख में वर्ष के 365 दिन कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेंगी। उन्होंने सोनार समाज की राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी को और अधिक मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि संगठित समाज ही विकास की मुख्यधारा में अपना स्थान सुनिश्चित कर सकता है।
Sonar Narahari Sena द्वारा कुशल मंच संचालन और अतिथियों का भव्य स्वागत
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शनि सेठ Ph.D (BHU) एवं सोनार नरहरी सेना के वाराणसी मंडल अध्यक्ष श्री दिलीप सेठ ने अपनी प्रखर वाणी और बेहतरीन समन्वय से किया। उन्होंने कार्यक्रम की गरिमा को बनाए रखते हुए सभी वक्ताओं और अतिथियों को मंच पर एक सूत्र में पिरोए रखा।
डॉ शनि सेठ जी ने “समाज के मेधावी बच्चों को शिक्षा का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के साथ-साथ समाज में व्याप्त विभिन्न समस्याएं जैसे विलंब विवाह, अंतर्जातीय विवाह,नशे की लत से युवाओं को दूर करने के उपाय इत्यादि मुद्दों पर अपना विचार प्रस्तुत किया”।
कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन सोनार नरहरी सेना (Sonar Narahari Sena) जौनपुर के संरक्षक श्री पतिराज सेठ व श्री बेचन सेठ, पतरहीं के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सेठ एवं श्री राजेश उर्फ राजू सेठ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। उनकी गर्मजोशी और अपनेपन ने दूर-दराज से आए लोगों को भी अपनत्व का एहसास कराया।
मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सौंपा गया
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सोनार नरहरी सेना के संस्थापक श्री राहुल स्वर्णकार ने स्वर्णकार बंधुओं की वर्तमान समस्याओं, चुनौतियों और उनके समाधान हेतु एक विस्तृत मांग पत्र उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती ज्योति सोनी को सौंपा। इस मांग पत्र में समाज के कारीगरों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज, सुरक्षा सुनिश्चित करने और सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता देने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल थीं, जिस पर श्रीमती सोनी ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति और विचारों का आदान-प्रदान
इस विचार गोष्ठी में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रबुद्धजनों, राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिससे यह कार्यक्रम और भी प्रभावी बन गया। प्रमुख रूप से जौनपुर की नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करतीं श्रीमती किरण सोनी और श्रीमती सुमन सोनी, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता (वाराणसी) श्री किशन सेठ, स्वर्णकार न्याय मंच (वाराणसी) के अध्यक्ष श्री दिनेश वर्मा, जनता अधिकार पार्टी (गाजीपुर) के जिलाध्यक्ष श्री जयराम वर्मा एवं जिला उपाध्यक्ष श्री राम विलास सेठ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इनके अतिरिक्त, डॉ. सूर्य प्रकाश सेठ (प्रवक्ता), धीरज सेठ, हीरु सेठ, मुन्ना सेठ, प्रमोद सेठ, जितेंद्र सेठ, राजकुमार सेठ, सत्यनारायण सेठ, विजय सेठ समेत सैकड़ों की संख्या में स्वजातीय बंधुओं ने कार्यक्रम में भाग लिया और मंच से अपने बहुमूल्य विचार साझा किए।
वक्ताओं ने सामाजिक कुरीतियों को दूर करने, शिक्षा को बढ़ावा देने और युवाओं को संगठित कर राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
संस्था की पारदर्शिता और भविष्य की दिशा
कार्यक्रम के अंत में, संस्थापक राहुल सिंह स्वर्णकार जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए संस्था की पारदर्शिता और जवाबदेही पर प्रकाश डाला।
उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्था को दिया जाने वाला कोई भी आर्थिक सहयोग केवल संस्था के आधिकारिक बैंक खाते में ही स्वीकार्य होगा, जिसकी संपूर्ण आय-व्यय का विवरण किसी भी सदस्य या पदाधिकारी के लिए उपलब्ध है। यह घोषणा संस्था की वित्तीय शुचिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
कुल मिलाकर, Sonar Narahari Sena द्वारा यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि सोनार समाज के स्वाभिमान, एकता और उज्ज्वल भविष्य के संकल्प का प्रतीक बना। इसने यह स्पष्ट संदेश दिया कि समाज अपने महापुरुषों के दिखाए मार्ग पर चलकर और संगठित होकर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।