Akhilesh Yadav photo case मुद्दे का सोशल मीडिया पर एडिटेड फोटो को लेकर हंगामा
राजधानी लखनऊ से एक बड़ी खबर निकल के सामने आई है इस न्यूज ने सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। Akhilesh Yadav photo case के अंर्तगत आरोप यह है कि किसी युवक ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर से छेड़छाड़ की और उसे आपत्तिजनक टिप्पणी के साथ सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इस घटना के बाद सपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना कैसे हुई?
यह मामला लखनऊ का है आरोप है कि गौतम भारद्वाज नामक एक युवक ने अखिलेश यादव की फोटो को एडिट कर दिया और उसे अपनी Facebook आईडी पर पोस्ट कर दिया। इतना ही नहीं, पोस्ट के साथ अपशब्द और अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया गया है। और देखते ही देखते यह तस्वीर वायरल हो गई और सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया।
Akhilesh Yadav photo case सामने आने के बाद, समाजवादी अधिवक्ता सभा के जिलाध्यक्ष अंजनी का आरोप है कि गौतम ने अखिलेश यादव की असली तस्वीर में छेड़छाड़ कर उसे आपत्तिजनक बना दिया। इतना ही नहीं, आरोपी ने इस एडिटेड फोटो को अपनी फेसबुक आईडी पर अपलोड किया और उस पर अभद्र टिप्पणी भी जोड़ दी। जिसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
FIR दर्ज, पुलिस की जांच
शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया। इंस्पेक्टर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच की जा रही है और डिजिटल सबूत जुटाए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने साफ किया कि अगर आरोप साबित होते हैं तो आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक रंग भी चढ़ा
यह सिर्फ एक सोशल मीडिया पोस्ट का मामला नहीं रहा। इस घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है। सपा नेताओं का आरोप है कि जानबूझकर अखिलेश यादव की छवि खराब करने के लिए यह हरकत की गई।
Akhilesh Yadav photo case पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि विरोधियों को लोकतांत्रिक मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। अगर किसी नेता से वैचारिक मतभेद है तो उसे बहस के जरिए सामने रखना चाहिए, न कि फोटो से छेड़छाड़ करके।
सपा कार्यकर्ताओं की नाराज़गी
सपा समर्थक इस मामले में खासा नाराज़ हैं। उनका कहना है कि यह हरकत सिर्फ अखिलेश यादव का नहीं बल्कि पूरे समाजवादी परिवार का अपमान है। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
सोशल मीडिया और राजनीति
सोशल मीडिया आज की राजनीति का अहम हिस्सा बन चुका है। नेता अपनी छवि बनाने और जनता से जुड़ने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन Akhilesh Yadav photo case जैसे मामले यह दिखाते हैं कि इसका दुरुपयोग भी आसानी से किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाएँ चुनावी माहौल में और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं। इसलिए जरूरत है कि साइबर क्राइम पर निगरानी और सख्ती बढ़ाई जाए।
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जनता क्या कह रही है?
लखनऊ और आसपास के इलाकों में इस घटना पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि सोशल मीडिया यूजर्स को ऐसी गलत हरकतों से दूर रहना चाहिए।
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि नेताओं की तस्वीरों से छेड़छाड़ करना लोकतांत्रिक मूल्यों का मज़ाक उड़ाने जैसा है।
नतीजा क्या होगा?
अभी फिलहाल पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आगे की कार्रवाई तकनीकी सबूतों और पूछताछ पर निर्भर करेगी। लेकिन इतना तो तय है की Akhilesh Yadav photo case आने वाले दिनों में चर्चा का बड़ा मुद्दा बना रहेगा।